घिरा हूँ आज कुछ ऐसे चक्रव्यूह में फंसा अभिमन्यु हो जैसे। घिरा हूँ आज कुछ ऐसे चक्रव्यूह में फंसा अभिमन्यु हो जैसे।
जीवन मे पीछे की बातों से खुद को कभी कोसना नहीं! जीवन मे पीछे की बातों से खुद को कभी कोसना नहीं!
हम अपने में ही मस्त हैं दुनिया की खबर पता नहीं हमें। हम अपने में ही मस्त हैं दुनिया की खबर पता नहीं हमें।